कबाड़ की गोदाम में लगी आग से मचा कोहराम, 4 वर्षीय बच्ची की मौत, चार महिलाएं झुलसीं
पांवटा साहिब में बुधवार रात एक कबाड़ गोदाम में लगी भीषण आग ने कोहराम मचा दिया। इस हादसे में चार महिलाएं झुलस गईं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। वहीं, आग में लापता हुई 4 वर्षीय बच्ची का शव देर रात बरामद हुआ।
हादसे का विवरण
घटना के दौरान गोदाम में चार महिलाएं और एक बच्ची मौजूद थीं। घायल महिलाओं में ओमवती, सुमन (22), सुनीता और कमलेश शामिल हैं। कमलेश की स्थिति गंभीर बताई जा रही है और उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है। सुमन की 4 वर्षीय बच्ची, जो गोदाम में खेल रही थी, आग लगने के बाद लापता हो गई थी। काफी तलाश के बाद बच्ची का शव मलबे से बरामद हुआ।
स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों के आरोप
घटना के बाद स्थानीय निवासियों और विशेषज्ञों ने प्रशासन और गोदाम मालिकों पर गंभीर सवाल उठाए। उनका कहना है कि पांवटा साहिब में संचालित अधिकांश कबाड़ गोदामों में अग्निशमन का कोई भी उपकरण मौजूद नहीं है। यह लापरवाही इस तरह की घटनाओं को आमंत्रण देती है। स्थानीय महिलाओं ने बताया कि बाहरी राज्यों से आए कबाड़ी बिना किसी वेरिफिकेशन और सुरक्षा मानकों के गोदाम चला रहे हैं। संबंधित विभाग और प्रशासन इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे।
डॉक्टर का बयान
डॉ. एवी राघव ने बताया कि हादसे में झुलसी महिलाओं को प्राथमिक उपचार दिया गया है। इनमें कमलेश की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे हायर सेंटर रेफर किया जा सकता है।
प्रशासन की लापरवाही का नतीजा
इस घटना ने प्रशासन और संबंधित विभागों की लापरवाही को उजागर कर दिया है। अग्निशमन उपकरणों की कमी और सुरक्षा मानकों की अनदेखी ऐसे हादसों का मुख्य कारण बन रहे हैं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि कबाड़ गोदामों के संचालन के लिए सख्त नियम बनाए जाएं और उनकी नियमित निगरानी की जाए।
उधर इस बारे में जब अग्निशमन विभाग के चीफ फायर ऑफिसर संजीव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभिन्न उद्योगों व स्टोरो में अग्निशमन के इंस्ट्रूमेंट लगाना अनिवार्य हैं संबंधित विभाग को हिदायत दी गई है कि वह समय-समय पर उद्योग व अन्य संस्थाओं पर इसकी देखरेख करें