नाहन
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में जारूगता कैंप आयोजित कर विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव बारे जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी वर्ग को जागरूक करने से समाज में बढ़ रहे नशे के प्रचलन को दूर करने में सहायता प्राप्त होगी। स्कूलों में आयोजित होने वाले जागरूकता शिविरों में अभिभावकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा आज मंगलवार को नाहन में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित एनकॉर्ड (एन.सी.ओ.आर.डी) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सुमित खिमटा ने कहा कि सिरमौर जिला का काफी बड़ा भाग अंतर्राज्यीय सीमा से सटा हुआ है और बाहरी राज्यों से नशे की तस्करी विशेषकर सिंथेटिक नशे की तस्करी की रोकथाम पर सभी प्रमुख विभागों को गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में सिरमौर जिला पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई जिसमें कुल 131 अभियोग नशा तस्करी के विरुद्ध दर्ज किए गए हैं, जिसमें 157 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
उपायुक्त सिरमौर ने सभी संबंधित विभागों को नशा की तस्करी से संबंधित सूचना के आदान-प्रदान, खुफिया जानकारी, तस्करों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले मांगो एवं तरीकों के बारे तथा तस्करी के वास्तविक समय की जानकारी पुलिस के साथ साझा करने के निर्देश दिए।
सुमित खिमटा ने पुलिस विभाग द्वारा जारी किए गए व्हाट्सएप नंबर-97170-82032 जो कि नशा तस्करी एवं तस्करी की जानकारी एवं गुप्त सूचना के लिए है, का व्यापक प्रचार प्रसार करने का आग्रह भी किया। उपायुक्त ने कहा कि भांग एवं अफीम की अवैध खेती की निगरानी के लिए संबंधित विभागों जैसे वन विभाग, कृषि विभाग, बागवानी विभाग, राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग की उपमंडल स्तर पर गठित कमेटियां द्वारा सुचारू एवं लगातार निगरानी कार्य करना सुनिश्चित बनायें।
उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि समय-समय पर दवा विक्रेताओं एवं उनके गोदामों का निरीक्षण करना सुनिश्चित बनाएं। सुमित खिमटा ने जिला में निजी क्षेत्र में चल रहे नशा मुक्ति केन्द्रों के बेहतर संचालन के लिए जिला कल्याण अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक रमण कुमार मीणा ने बैठक में नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की। उन्होंने नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी एवं सेवन की रोकथाम के लिए सभी विभागों के अधिकारियों को अपना सहयोग देने के लिए कहा। जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा, उपनिदेशक उच्च शिक्षा करमचंद, उप पुलिस अधीक्षक नाहन रमाकांत, उप-पुलिस अधीक्षक पांवटा अदिति सिंह, स्वास्थ्य तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।