हिमोत्कर्ष परिषद द्वारा शिक्षक दिवस पर सम्मानित हुई अनेक विभूतियां
नाहन
हिमोत्कर्ष, साहित्य संस्कृति एवं जन कल्याण परिषद् जिला सिरमौर शाखा पांवटा साहिब ने शिक्षक दिवस के अवसर पर पांवटा साहिब में कार्यक्रम का आयोजन किया। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सिरमौर एल. आर. वर्मा ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व निदेशक पीजीआई चंडीगढ़ पद्मश्री डॉ. जगत राम ने की।
एल.आर. वर्मा ने इस असर पर कहा कि समाज के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। शिक्षक अपने शिष्य को कोई भी आकार देने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा की ही देन है कि आज हमारा देश चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण करके विश्व के चार देशों में शुमार हुआ है। उन्होंने कहा कि समय के साथ शिक्षा में अनेक नए आयाम जुड़े हैं। उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की की गुरु शिष्य परंपरा जो प्राचीन समय में थी वह आज कहीं ना कहीं विलुप्त हो गई है। गुरुओं के प्रति सम्मान और बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना कम होने से निश्चित तौर पर कहीं ना कहीं नैतिकता का पतन हो रहा है। उन्होंने कहा कि विद्या हासिल करने अथवा कुछ सीखने के लिए व्यक्ति में झुकने की प्रवृत्ति होनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक सभ्य समाज की स्थापना के लिए आपसी सौहार्द और समाज में एक दूसरे का सम्मान नितांत आवश्यक है।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने हिमोत्कर्ष संस्था के प्रयासों की सराहना की जो पिछले 20 सालों से शिक्षक दिवस के मौके पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन कर रही है। इससे न केवल समाज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहन मिलता है बल्कि दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलती है। पदमश्री डॉ. जगत राम ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिए संघर्ष बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सफलता की ऊंचाई को बिना मेहनत लगन और समर्पण के हासिल नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज में बेहतर प्रदर्शन करते हैं सही मायने में वह अपने जीवन के लिए निर्धारित दायित्वों का ईमानदारी के साथ निर्वहन कर रहे हैं।
हिमोत्कर्ष संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने कहा कि संस्था का प्रयास समाज के प्रत्येक उस व्यक्ति को सम्मान प्रदान करना है जिसने उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हो। उन्होंने कहा कि समाज में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनका योगदान किसी न किसी क्षेत्र में बहुत अधिक रहता है जो समाज के बड़े वर्ग को लाभ पहुंचता है। उन्होंने कहा कि समाज में सेवा के अनेक क्षेत्र है जहां व्यक्ति अपना योगदान कर सकता है। हिमोत्कर्ष साहित्य संस्कृति एवं जन कल्याण परिषद् जिला सिरमौर शाखा पांवटा साहिब द्वारा हिमाचलश्री, सिरमौर श्री और विद्या विशारद जिसके लिए लोक सेवक, समाजसेवी व शिक्षकगणों को परिषद द्वारा चयनित किया गया तथा हिमाचलश्री प्रदेश स्तर पर और सिरमौर श्री और विद्या विशारद पुरस्कार जिला स्तर पर प्रदान किए गए।
हिमाचलश्री पुरस्कार से पूर्व निदेशक पीजीआई चंडीगढ़ पद्मश्री डॉ. जगत राम तथा प्रो. अमर सिंह चौहान समाज सेवा, शिक्षा, लोक संस्कृति साईं कुटीर नाहन को सम्मानित किया गया।
सिरमौर श्री पुरस्कार से हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अवकाश कुमार, जनसेवक राम स्वरूप चौहान नाहन, जनसेवक नसीम दिदान नाहन, समाज सेवक बहादुर सिंह ठाकुर ददाहू, पत्रकारिता व समाजसेवा संजय कँवर संवाददाता पंजाब केसरी पाँवटा साहिब, पत्रकारिता धीरज चोपड़ा संवाददाता दिव्य हिमाचल पाँवटा साहिब, समाजसेवा स्वास्थ्य सेवा नीरज गोयल माजरा, इन्चार्ज नर्सिंग दीपिका शर्मा जे.सी. जुनेजा हॉस्पिटल पाँवटा साहिब तथा कमला देवी पर्यावरण संरक्षण अध्यक्षा महिला वन एवं पर्यावरण (सुरक्षा) समिति गाँव टापी अम्बोया जिला सिरमौर को सम्मानित किया गया।
विद्या विशारद पुरस्कार से शबनम शर्मा शिक्षा एवं साहित्य माजरा, प्रो. नंदिनी कँवर सहायक प्रो. गुरु गोविन्द सिंह राजकीय महाविद्यालय पाँवटा, बी०आर० ठाकुर सहायक प्रोफेसर रा. स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन, रमेश चौहान प्रवक्ता कॉमर्स पाँवटा साहिब, दिनेश कुमार शर्मा टी.जी.टी. नॉन-मेडिकल रा.व.मा.पा.पबियाना राजगढ़, सुरेश कुमार र्शमा टी.जी.टी. आर्ट्स हाई स्कूल खारा, सुमन लता पी.जी.टी. बायोलॉजी जीएमएसएसएस राजगढ़ सिरमौर, अजय शर्मा डी.पी.ई. रा.व.मा.पाठशाला कोडगा, बलबीर सिंह चौहान जेबीटी राजकीय प्राथमिक विद्यालय भटाड कफोटा सिरमौर, अर्चना गुप्ता शिक्षा जेबीटी रा० प्रा० स्कूल हैवना को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डीपीआरओ प्रेम ठाकुर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा,अमर सिंह चौहान, हीरा सिंह ठाकुर, जयप्रकाश चौहान सहित संस्था के पदाधिकारी तथा स्कूली बच्चे व अभिभावक उपस्थित रहे।