राजगढ़ नगर पंचायत में अध्यक्ष ज्योति साहनी व उपाध्यक्ष कपिल ठाकुर
राजगढ़
जिला सिरमौर के गिरी पार क्षेत्र के एकमात्र नगर पंचायत राजगढ़ में पिछले करीब पांच महा से चली राजनितिक उठापठक का अंत आज नये अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के साथ अंत हुआ i पुरे राजनितिक परिदृश्य में प्रदेश उद्योग,आयुष एवं संसदीय मंत्री हर्ष वर्धन चौहान की भूमिका आहम रही | साथ ही श्री रेणुका जी के विधायक विनय कुमार भी लगातार यही डटे रहे| इस दौरान कांग्रेस पार्टी से सम्बन्धित ज्योति साहनी अध्यक्ष पद पर आसीन हुई तो उपाध्यक्ष की कुर्सी पर निर्दलीय चुनाव जीते कपिल ठाकुर आसीन हुए|काबिले जिक्र हे कि नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष रूबी कक्कड़ ने पद से त्याग पत्र दे कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था |
उपाध्यक्ष दिनेश ठाकुर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर उन्हें पदच्युत कर दिया गया था |साथ ही वार्ड नंबर छ में हुए चुनाव में काग्रेस समर्थित रणजीत सिंह के चुनाव जितने के बाद नये अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनना तय था | लेकिन स्थानीय विधयाक के मतदान के अधिकार से कांग्रेस की राहे आसान नहीं थी| तीन कांग्रेस सदस्यों सहित एक निर्द्लिये सदस्य के कारण संख्या बल कांग्रेस के पक्ष में था लेकिन भाजपा के दो सदस्यों सहित विधयाक व् एक सदस्य जी आर मुसाफिर समर्थित की चोकड़ी कांग्रेस पार्टी के गले की फांस बन गई थी | जिसको लेकर पहले श्री रेणुका जी के विधयाक विनय कुमार ने मोर्चा संभाल और मुसाफिर समर्थित सुमन चौहान को अपने पाले में लाने के प्रयास शुरू किये |जिसमे उन्हें सफलता मिलती नजर नहीं आई | लेकिन अंतिम तीन दिनों में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ काबिना मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने राजगढ़ में डेरा डाल भाजपा का खेल बिगाड़ दिया |
मन्त्री और विधायक दोनों ने अंतिम क्षणों में पार्टी के नाते सुमन चौहान को अपने पक्ष में कर कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष व् उपाध्यक्ष बनाने की राहे आसन कर ली | हालांकि भाजपा की और से सांसद सुरेश कश्यप व् विधायक रीना कश्यप ने भी अंतिम क्षणों तक हार नहीं मानी और अपने पार्टी के प्रत्याशियों के साथ डटे रहे | और विधायक ने अपने मत का प्रयोग कर भाजपा सदस्यों के नामांकन में केवल वोट डाला बल्कि अध्यक्ष पद की दावेदार सुनीता और उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी के साथ पूरी कार्यवाही के दौरान नगर पंचायत के बैठक कक्ष में डटी रही | हालाँकि चुनाव नतीजो में कांग्रेस की ज्योति साहनी एवं कपिल ठाकुर को 5 -5 मत मिले और भाजपा उमीदवारो को 3-3 मत प्राप्त हुए | बेशक कांग्रेस पार्टी ने राजगढ़ नगर पंचायत में अपना बर्चस्व कायम कर लिया हे लेकिन उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान की लगातार निगरानी व् सुमन चौहान के घर पर दस्तक देना कांग्रेस की रहे आसान कर गया |
बता दे की सुमन चौहान का परिवार ठेठ कांग्रेसी है उनके पति भी पूर्व में नगर पंचायत के सदस्य रहे है सास बीडीसी सस्द्य ,चाची सास जिला परिषद सिरमौर की उपाध्यक्ष रही है | लेकिन गत विधान सभा चुनाव में भाजपा से कांग्रेस में आई नेत्री को टिकट दिए जाने से नाराज हो कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष जी आर मुसाफिर का साथ पकड़ गये | इसी कांग्रेसी होने का लाभ उद्योग मंत्री ने भुना दिया |
कांग्रेस के पक्ष में सुमन चौहान का मत ले लिया | कहना बिलकुल सही होगा की यदि आजाद पार्टी से सुमन चौहान ने कोंग्रेस पार्टी को अपना समर्थन नहीं दिया होता तो नगर पंचयात में अध्यक्ष पद कुर्सी खतरे में पडती दिखाई दे रही थी लेकिन सुमन चौहन के समर्थन से राजगढ़ नगर पंच्यात को नई अध्यक्ष ज्योति सहनी मिल चुकी है |