सिरमौर में आज हजारों बेजुबान के गर्दन पर चलेगा डागरा
ब्यूरो डिजिटल सिरमौर
जनपद सिरमौर की विशिष्ट संस्कृति के तहत मनाए जाने वाले माघी त्योहार के लिए घरद्वार खरीददारी हो चुकी है। गिरिपार, मस्तभौज, आंजभौज व समस्त हाटी कबीला समुदाय के लोग माघी त्योहार के दिन हजारों बेजुबान बकरों की बलि चढाने को कमर कस चुके है। इस त्योहार पर काटे जाने वाले बकरे, खड्डू तथा कहीं-कहीं सुअर को काटने के लिए भी ग्रामीण इसकी खरीददारी को मुकम्मल कर चुके हैं।
वहीं बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूरी तथा नौकरीपेशा लोग माघी त्योहार को घरों को लौट चुके हैं, जिसके चलते बसों में इस दौरान ओवरलोडिंग की स्थिति बनी हुई है। लगभग एक माह तक मेहमाननवाजी के लिए जाने जाते इस उत्सव में भले ही मेहमाननवाजी के पहलू जुड़ा हो, मगर मांसाहारी इस त्योहार में हजारों की संख्या में निरीह प्राणियों का बलि चढ़ना किसी भी सूरत में सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जा रहा है।
त्योहार के नाम पर हजारों बकरों की बलि और मांसाहारी भोजन भले ही सदियों पुरानी परंपरा रही हो मगर आज के युग में इस परंपरा को कम से कम करने की पैरवी भी बुद्धिजीवी वर्ग करने लगा है। इस त्योहार के नाम 10 जनवरी को हजारों बकरों की गर्दनों पर डांगरे के वार शनिवार को चलेंगे जिसका मांस यहां पर माह भर भक्षण किया जाएगा, जबकि अन्य पारंपरिक व्यंजन भी इस दौरान तैयार किए जाते हैं।