वर्षाशालिका और शौचालय की आस में टकटकी लगाए बैठा बद्रीपुर चौक
आगंतुकों के लिए हो रही परेशानी
डिजिटल सिरमौर/पांवटा साहिब
गुरू की नगरी पांवटा साहिब के ने नाम से विख्यात है। ऐतिहासिक स्थल होने के साथ-साथ धार्मिक व पर्यटक को भी चार चाॅद लगाता है। वही पांवटा शहर से करीब ढेड कि0मी की दूरी पर स्थित राष्ट्रीय राज्य मार्ग 707 स्थित बद्रीपुर चौक पर वर्षाशालिका और सार्वजनिक शौचालय तक की सुविधा से मोहताज होना पड रहा है। स्थानिय लोगों की बात की जाए या दुकानदारों की तो यहाॅ पर शौचालय बडी समस्या बन रहा है। शौच करने का यहा पर कोई और विकल्प नही है। शहर में आने वाले आगंतुक के लिए यह समस्या एक बडा रूप ले रही है।
आपको बतो दे कि बरसात का सीजन शुरू हो रहा है। यात्रियों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रहीं हैं। राष्ट्रीय राज्य मार्ग 707 चैड़ीकरण कार्य के दौरान पुराने शौचालय और वर्षाशालिका को हटवा दिया गया था। अब बारिश होने पर यात्रियों को मजबूरन आसपास दुकानों के भीतर प्रवेश करना पड़ता है। इस बारे में क्षेत्रवासियों ने एनएच प्राधिकरण व नगर परिषद पांवटा से शीघ्र सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि गुरु की नगरी पांवटा साहिब में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। पांवटा साहिब का केंद्र बिंदु बद्रीपुर चैक है। इस चैक पर सबसे ज्यादा भीड़भाड़ रहती है। पांवटा साहिब बस स्टैंड से शिलाई, हरिपुरधार, राजगढ़, रेणुका शिलाई, पच्छाद नाहन, शिमला, यमुनानगर, चंडीगढ़ और देहरादून क्षेत्रों की ओर बसों और गाड़ियों का आवागमन इसी चैक से होकर रहता है।
बुजुर्गों-महिलाओं और बच्चों के लिए बनी परेशानी
बद्रीपुर चैक पर लोगों का बड़ी संख्या में आवागमन लगा रहता है। पांवटा साहिब की कडकड़ाती ठंड और मूसलाधार बारिश में मुसाफिरों को अर्थात आम लोगों को बसों और गाडियों के इंतजार में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। रेन शेल्टर की सबसे ज्यादा सुविधा की दरकार उन तमाम बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को देखने को मिलती है जो बसों और गाडियों के इंतजार में भीषण गर्मी से बेहाल होते नजर आते हैं। ऐसे में रेन शेल्टर की सुविधा न होने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।