Sukh Ashray Yojna:बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय शिलाई और जिला बाल संरक्षण इकाई सिरमौर के संयुक्त तत्वावधान में खंड स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन वृत कार्यालय कांडों में किया गया। इस शिविर का उद्देश्य मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना और मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करना था, ताकि वे इन योजनाओं का पूरा लाभ उठा सकें।
योजनाओं की जानकारी और शिविर का उद्देश्य
शिविर की अध्यक्षता बाल विकास परियोजना अधिकारी शिलाई, श्रीमती संतोष गुप्ता ने की। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में उपस्थित लोगों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विस्तार से जानकारी दी। श्रीमती गुप्ता ने जोर देकर कहा कि इन जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपने क्षेत्रों में इन योजनाओं की जानकारी फैलाएं ताकि अधिक से अधिक लोग इनका लाभ उठा सकें।
शिविर में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पोषण योजना, मुख्यमंत्री शगुन योजना और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की भी जानकारी दी गई। श्रीमती गुप्ता ने बताया कि इन योजनाओं के माध्यम से समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्गों को आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिससे उनका जीवनस्तर बेहतर हो सके।
बच्चों के अधिकार और संरक्षण के कानून
जिला बाल संरक्षण इकाई सिरमौर से संरक्षण अधिकारी श्री सोहन पुण्डीर ने बच्चों से संबंधित कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किशोर न्याय अधिनियम-2015, बाल विवाह निषेध अधिनियम, बाल मजदूरी निषेध अधिनियम और पोक्सो एक्ट (लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) 2012 के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इन कानूनों का उद्देश्य बच्चों को हर प्रकार की हिंसा और शोषण से बचाना और उनके अधिकारों की सुरक्षा करना है।
मुख्यमंत्री सुख शिक्षा और सुख आश्रय योजनाएं
सोहन पुण्डीर ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और हाल ही में अधिसूचित मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे इन योजनाओं के लिए जल्द से जल्द सर्वेक्षण पूरा करें ताकि पात्र लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के तहत राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा और आश्रय संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। वहीं, मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना उन बच्चों के लिए बनाई गई है जो अनाथ हैं या जिनका कोई सहारा नहीं है। इन बच्चों को आवास, शिक्षा और अन्य मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएंगी ताकि उनका समग्र विकास हो सके।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और लोगों का आभार
शिविर का समापन करते हुए वृत कांडों की पर्यवेक्षिका, श्रीमती फूलमा देवी ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने सभी को इस बात के लिए प्रेरित किया कि वे इन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें और अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाएं।
इस शिविर ने समाज में जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य किया और लोगों को उनके अधिकारों और सरकारी सहायता योजनाओं के प्रति सचेत किया।