Bal Mela:विद्यार्थी जीवन में जहाॅ शिक्षा की जोत से विद्यार्थी का जीवन अलौकिक बनता है वही उनके जीवन में सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रम भी चार चाॅद लगाते है। अध्यापकों के सतत प्रयास ने उत्कृष्ट प्रदर्शन शिक्षा खंड नोहराधार में दो दिवसीय खंड स्तरीय बाल मेले का आयोजन किया गया। दो दिवसीय बाल मेले में खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र चैहान ने शिरकत की। जबकि शुभारंभ में ग्राम पंचायत प्रधान किरण शर्मा मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे।
बता दे कि, जिसमें 13 केंद्र पाठशालाओं के लगभग 250 विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह और जोश के साथ भाग लिया। इस मेले का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास, उनकी प्रतिभा को मंच देने और उनमें आत्मविश्वास को बढ़ावा देना था। मेले में विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों में हिस्सा लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
इस बाल मेले की मुख्य आकर्षण गतिविधियों में योग, क्विज प्रतियोगिता, स्किट, प्ले रोल, चित्रकला, नृत्य और गायन शामिल थे। इन गतिविधियों ने बच्चों को अपनी रचनात्मकता को उजागर करने और टीम भावना को समझने का अवसर प्रदान किया। शिक्षकों और अभिभावकों ने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। मेले में केंद्र पाठशाला गंधुरी के बच्चों ने अद्वितीय प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
इस म्यूजिकल चेयर में उलाना स्कूल प्रथम रहा। क्विज प्रतियोगिता में अमानत प्रथम, सोलो सांग में पहली से तीसरी कक्षा में उन्नति नौहराधार स्कूल प्रथम, प्रिया भराड़ी स्कूल द्वितीय रही। इसी तरह चैथी से पांचवीं कक्षा के प्रतिभागी सोलो सांग में शिवानी भुजोंड स्कूल प्रथम, महक नौहराधार स्कूल द्वितीय रहा। एकल गान में चैथी पांचवीं कक्षा के प्रथम चाढ़ना स्कूल रहा, द्वितीय भवाई स्कूल रहा। फैंसी ड्रेस में पहली से तीसरी कक्षा में प्रथम काव्या भराड़ी स्कूल प्रथम, आकृति लाना स्कूल द्वितीय स्थान पर रही। म्यूजिकल प्रतियोगिता में प्रियांशी उलाना स्कूल की प्रथम, आराध्या नौहराधार द्वितीय स्थान पर रही।
योगा प्रतियोगिता में घंडूरी स्कूल प्रथम रहा। नौहराधार स्कूल द्वितीय स्थान पर रहा। एकल गान चैथी से पांचवीं कक्षा में शिवानी भुजौंड स्कूल प्रथम, नौहराधार स्कूल की महक द्वितीय स्थान पर रही। मधु पुंडीर, लाजवंती, सविता, सोमदत्त, दिनेश व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
केंद्र के शिक्षकों ने बच्चों की इस उपलब्धि पर गर्व जताया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास और नेतृत्व के गुणों को विकसित करने में सहायक होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के मेले बच्चों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने का अवसर देते हैं और शिक्षा के महत्व को समझने में भी सहायक होते हैं।बाल मेले के समापन समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को सम्मानित किया गया और उन्हें पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र और ट्रॉफी प्रदान किए गए। उपस्थित अभिभावकों ने बच्चों के इस शानदार प्रदर्शन को देखकर गर्व महसूस किया और विद्यालय तथा शिक्षकों के प्रयासों की प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा विभाग से आग्रह किया कि इस तरह के आयोजन हर साल आयोजित किए जाएं, ताकि बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता रहे। दो दिवसीय बाल मेले ने बच्चों को आपस में मित्रता, सौहार्द और अनुशासन के साथ मिलकर काम करने की सीख दी। बच्चों ने मेले के अनुभव को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि उन्होंने बहुत कुछ नया सीखा और आने वाले वर्षों में भी वे और बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करेंगे।