Death:हिमाचल प्रदेश के गिरिपार क्षेत्र के युवा और जुझारू पत्रकार तपेंद्र सिंह के आकस्मिक निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। 24 वर्षीय तपेंद्र सिंह ने अपने जीवन में पत्रकारिता के क्षेत्र में एक विशेष पहचान बनाई थी और समाज की आवाज़ को उठाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। तपेंद्र ने अपनी पत्रकारिता से गिरिपार क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को उजागर कर समाज की सच्ची तस्वीर पेश की थी, जिससे उन्होंने न केवल स्थानीय लोगों का बल्कि पूरे समाज का विश्वास अर्जित किया था।
तपेंद्र सिंह, जो अपने पीछे एक तीन वर्षीय बेटा, पत्नी और एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं, का निधन उनके परिवार और दोस्तों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। यह घटना आज सुबह तब हुई जब तपेंद्र को अचानक एक आपातकालीन स्थिति में पांवटा सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्यवश, उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, तपेंद्र को अस्पताल लाने में थोड़ी देर हो गई थी, जिसके कारण उनकी हालत और भी गंभीर हो गई थी।
तपेंद्र सिंह अपने साहसिक लेखन और ईमानदारी के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने छोटे से करियर में कई सामाजिक मुद्दों को कवर किया, जिसमें गिरिपार क्षेत्र की समस्याएँ, स्थानीय विकास, सड़क हादसे, और प्रशासनिक अनियमितताएँ शामिल थीं। उनकी लेखनी न केवल सूचनाओं का स्रोत थी, बल्कि आम जनता के विचारों और समस्याओं को भी उजागर करती थी। उनके निधन से गिरिपार क्षेत्र में पत्रकारिता के क्षेत्र में एक खालीपन सा आ गया है, जिसे भरना मुश्किल है।
तपेंद्र की अंतिम यात्रा में उनके परिवार, दोस्त, सहकर्मी, और अन्य स्थानीय लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। हर कोई उनकी अच्छाई, मेहनत और ईमानदारी को याद कर रहा था। उनके सहयोगियों ने कहा कि तपेंद्र हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे और उनके व्यवहार में एक अलग ही सादगी और गंभीरता थी।
इस दुखद घटना से क्षेत्र के पत्रकारिता जगत में एक शून्य पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों और सहयोगियों का कहना है कि तपेंद्र जैसे ईमानदार और समर्पित पत्रकार का जाना पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति है। दून प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश ठाकुर ने बताया कि मीडिया जगत के लिए अविस्मरणीय पल है युवा पत्रकार के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं