National Milk Day: हिमाचल प्रदेश सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रसंध समिति (मिल्कफेड) की नाहन इकाई ने आज राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। यह दिवस भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गिस कुरियन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। कार्यक्रम में मिल्कफेड के तकनीकी अधीक्षक देवांश जायसवाल ने जानकारी साझा करते हुए डेयरी क्षेत्र में डॉ. कुरियन के ऐतिहासिक योगदान पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि 1970 में डॉ. कुरियन द्वारा शुरू किए गए *ऑपरेशन फ्लड प्रोग्राम* ने भारत को दुग्ध उत्पादन में विश्व का अग्रणी देश बना दिया। इस प्रयास से भारत में प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता 107 ग्राम से बढ़कर 459 ग्राम हो गई है, जबकि हिमाचल प्रदेश में यह औसत 595 ग्राम है।
कार्यक्रम में नाहन के तीन स्कूलों के 30 बच्चों और स्थानीय उपभोक्ताओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों के लिए चित्रकारी, प्रश्नोत्तरी और अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें विजेताओं को सम्मानित किया गया।
मिल्कफेड के वक्ताओं ने यह भी बताया कि भारत का दुग्ध उत्पादन राष्ट्रीय GDP में 5% का योगदान देता है और यह उद्योग 8 करोड़ सीमांत व लघु किसानों के लिए आय का प्रमुख स्रोत है।
इस अवसर पर मिल्कफेड के कर्मचारी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम ने न केवल डॉ. कुरियन के योगदान को सम्मानित किया, बल्कि डेयरी उद्योग के महत्व को भी रेखांकित किया।