Social Work: राजकीय केंद्रीय विद्यालय दिघाली में समाजसेवा का एक अद्वितीय उदाहरण देखने को मिला, जब समाजसेवी नितिन शर्मा ने विद्यालय के 52 बच्चों को पैंट-शर्ट वितरित किए। यह पहल न केवल बच्चों की मदद के लिए की गई, बल्कि समाज में सेवा और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करने का संदेश भी दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान नितिन शर्मा ने कहा, “यदि हाथ उठें तो किसी की मदद के लिए या दुआ के लिए उठें, तभी मानव जीवन का सही अर्थ समझा जा सकता है।” उनके इस विचार ने वहां उपस्थित सभी को प्रेरित किया और एक सकारात्मक संदेश दिया।
इस अवसर पर विद्यालय की एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) की अध्यक्ष रूमा बदेवी, केंद्रीय अध्यापक सुरेंद्र शर्मा, और जेबीटी अध्यापिका सरिता देवी भी मौजूद रहीं। उन्होंने इस प्रयास की सराहना की और इसे अन्य समाजसेवियों के लिए एक मिसाल बताया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने नितिन शर्मा के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह न केवल बच्चों के लिए उपयोगी है बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा। बच्चों ने इस मदद के लिए नितिन शर्मा का धन्यवाद किया और खुशी जाहिर की।
इस पहल ने यह साबित किया कि जब समाज के समर्थ लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आते हैं, तो इससे न केवल जरूरतमंदों को सहारा मिलता है, बल्कि समाज में सकारात्मकता और सद्भाव भी बढ़ता है।
समाजसेवी नितिन शर्मा के इस प्रयास ने यह दिखाया कि अगर हर व्यक्ति जरूरतमंदों के लिए थोड़ा-थोड़ा योगदान दे, तो समाज में कोई भी बच्चा या परिवार असहाय नहीं रहेगा। उनकी इस पहल ने लोगों को प्रेरित किया कि वे भी अपनी सामर्थ्य के अनुसार दूसरों की मदद के लिए आगे आएं।
विद्यालय के बच्चों और उनके परिवारों के लिए यह दिन विशेष बन गया, जब उनकी जरूरतों को समझते हुए मदद की गई। इस पहल से यह भी स्पष्ट होता है कि समाज में ऐसे प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता और सहभागिता की आवश्यकता है।