मिस्त्री की बेटी बनी अंग्रेजी की सहायक आचार्य
ग्रामीण परिवेश में युवाओं के लिए बनी प्रेरणा स्रोत
डिजिटल सिरमौर/नोहराधार
मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंख से कुछ नहीं होता हौसलों में उड़ान होती है। इसी कावत को चरितार्थ कर दिखाया ग्रामीण क्षेत्र के दूरदराज नोहराधार तहसील की घंडूरी गांव की महिमा चौहान ने।
इन्होंने कॉलेज केडर के अंग्रेजी विषय के सहायक आचार्य की परीक्षा पास कर पुरे इलाके का नाम रोशन किया है।
बता दे कि महिमा के पिता कल्याण सिँह मिस्त्री का काम करते है और माता जयमनती गृहणी है। महिमा की प्रारम्भिक शिक्षा घंडूरी से हुई और 12 वीं की परीक्षा रा व मा वि राजगढ़ तथा रा महाविद्यालय सोलन से बी ए एवं अंग्रेजी में एम ए की उपाधि हासिल की। महिमा वर्तमान में सोलन जिले में ही कला स्नातक की अध्यापिका है और लोकडाऊन का फायदा उठा कर उसने 2021 में राज्य पात्रता परीक्षा एवं 2022 में अंग्रेजी विषय में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा पास कर कॉलेज के लिए तैयारी कर ली थी।
महिमा में इस कामयाबी का श्रेय अपने माता -पिता एवं गुरुजनो को देती है। उसका मानना है कि खुद पर भरोसा रख कर नियमित रूप से मेहनत करने से कामयाबी अवश्य मिलती है। वह भाषा विज्ञान में शोध कार्य करना चाहती है।