कॉलेज ऑफ लॉ कालाआम्ब ने “सामाजिक न्याय में डॉ बी आर अम्बेडकर का योगदान” विषय जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन
हिमाचल प्रदेश कॉलेज ऑफ लॉ काला आम्ब ने “सामाजिक न्याय में डॉ बी आर अम्बेडकर का योगदान” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया। अतिथि वक्ता डॉ. कृष्ण कुमार, सहायक प्रोफेसर, डीएवी गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर ने छात्रो से बातचीत की और बताया कि डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का समाज के प्रति योगदान सराहनीय है|
सामाजिक न्याय में एक न्यायसंगत और निष्पक्ष सामाजिक व्यवस्था का निर्माण शामिल है और समुदाय के प्रत्येक सदस्य के लिए न्याय प्रदान करता है। सामाजिक न्याय में समाज में असमानताओं को दूर करना और समाज के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मामलों में सभी व्यक्तियों को समान अवसर प्रदान करना शामिल है।
इस अवसर पर हिमालयन ग्रुप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट काला आम्ब के चेयरमैन रजनीश बंसल, उपाध्यक्ष विकास बंसल और सीईओ मन्नत बंसल ने भी छात्रों के साथ बातचीत की और बताया कि डॉ. बी.आर अम्बेडकर हमारी युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के लिए, सामाजिक न्याय की अवधारणा सभी मनुष्यों के लिए स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लिए खड़ी थी। उन्होंने समाज में समानता पर आधारित सामाजिक व्यवस्था की वकालत की। इस अवसर पर डॉ. अश्वनी कुमार , प्रिंसिपल हिमाचल प्रदेश लॉ कॉलेज ने भी छात्रों से बातचीत की और बताया कि डॉ. बी.आर अंबेडकर की विचारधारा और मान्यताएं भारतीय समाज की सामाजिक प्रगति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
डॉ. बी.आर अम्बेडकर ने भारतीय संविधान को तैयार करने में सामाजिक न्याय को एक प्राथमिक घटक के रूप में लिया है। राष्ट्र का कर्तव्य समानता के आधार पर न्याय को बनाए रखने के लिए कानूनी व्यवस्था में एक सामाजिक व्यवस्था को सुरक्षित करना है और सभी नागरिकों के लिए किसी भी परिस्थिति में न्याय सुरक्षित करने के अवसर सुनिश्चित करना है। इस अतिथि व्याख्यान में विधि विभाग के अन्य शिक्षण संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।