Annual Function: अनोखी पहल-पारितोषिक वितरण समारोह में नवाजे गए 123 फौजी, शहीदों के परिजानों को भी मिला सम्मान
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने खेल, सांस्कृतिक, और शैक्षणिक उपलब्धियों को किया प्रस्तुत
भीम सिंह/विधानसभा पांवटा साहिब के सभी विद्यालयों में अग्रिम रहने वाले राजकीय आर्दश वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अम्बोया ने वार्षिक पारितोषिक वितरण पुरुस्कार समारोह का आगाज किया। जिसका श्री गणेश पांवटा साहिब के पूर्व विधायक किरनेश जंग ने बतौर मुख्यातिथि की शिरकत। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में शहीद समीर की माता कमला देवी, शहीद आशीष के माता संतरों देवी पिता मंगी राम एवं एसएमसी के अध्यक्ष नवनीत शर्मा, स्थानीय पंचायत प्रधान सुनीता शर्मा ने संयुक्त रूप में शिरकत की।
मुख्यातिथि के उनके साथ पांवटा कांग्रेस मंडल के साथ प्रदीप चौहान ओर अन्य नेता गण भी मौजूद रहे। सबसे पहले मुख्य गेट पर मुख्यातिथि का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। एनसीसी, एनएसएस ओर विभिन्न हाउस के बच्चों ने मुख्यातिथि को परेड की सलामी दी गई।
तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्लवन कर कार्यक्रम का आगाज किया गया। स्कूल के विद्यार्थियों के द्वारा स्वागत है गीत गाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया। स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा पंडाल में बैठे लोगों को झुमने पर मजबूर किया। मंच का संचालन नीमा तोमर, जगदीश परमार ओम प्रकाश शिक्षापद्र संदेश देते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया. इस मौके पर विद्यालय परिवार द्वारा कुल इस स्कूल से निकले 123 फौजियों को सम्मानित किया गया। जिसमें अमित तोमर, केदार फौजी, काकू, तोता राम, मोहन शर्मा, ललित कपूर, निर्मल कपूर, ज्ञान सिंह तोमर, के साथ कुल 123 फौजी सम्मानित हुए।
उसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल नरेन्द्र नेगी ने वार्षिकी रिपोर्ट पढ़ी। जिसमे उन्होंने स्कूल द्वारा पिछले एक साल में की गई गतिविधियों से मुख्यातिथि और अभिभावकों को अवगत करवाया गया जिसमे विशेष कर खेल प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक कार्यक्रम , विभिन्न मंचों पर इस स्कूल के बच्चों की भागदारी शामिल रहा। उन्होंने सभी अभिभावकों को अवगत करवाया कि अब उनको अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उनका मार्ग दर्शन घर पर भी समय देना होगा चूंकि बच्चे स्कूल से ज्यादा समय अपने घर बिताते हैं ताकि वो इस देश के बेहतर नागरिक बन सके।
स्कूल के बच्चों ने देश रंगीला और राजस्थानी भाषा में म्हारो ढोलना गीत पर वाह वाह लूटी। उत्तराखंड के लोक नृत्य ने वहां बैठे लोगों को झुमने पर मजबूर किया। असम का बिहू नृत्य मंत्रमुग्ध किया। मुख्यातिथि ने इस मौके पर शहीद समीर की माता कमला देवी और उनके सेवानिवृत भाई अमित तोमर फौजी और शाहिद आशीष कुमार की माता संतरों देवी और पिता उंदहप राम को सम्मानित किया।
अपने भाषण में मुख्यातिथि ने कहा कि राजकीय आर्दश वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अम्बोया पूरे सिरमौर जिले में ही नहीं बल्कि पदेश भर में अपनी विशेष छाप छोड़ता है। इस स्कूल से शिक्षा ग्रहण कर चुके बच्चे समाज के हर वर्ग में अपनी छाप छोड़ चुके हैं। आज पूर्व में सैनिक रह चुके सैनिकों, शहीद समीर ओर शहीद आशीष के परिजनों को सम्मानित कर एक नई पहल की है।जो अपने आप में ही एक अनोखी मिशाल है। उन्होंने बताया कि खेल कूद में भी यह स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच कर अपना नाम अंकित करवा चुका है। इसके अलावा खेल प्रतियोगिताओं में राज्यस्तरीय पुरस्कार मिला है।
मुख्य अतिथि द्वारा विद्यालय के होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया ।उन्होंने इस विद्यालय के तकरीबन 80 प्रतिशत बच्चों को पुरस्कार मिल रहा है। कुल 92 बच्चों में से 39 बच्चों को पुरस्कार मिले।
इस मौके पर स्कूल के बच्चों के अभिभावकों, समस्त स्कूल के स्टाफ सहित, जय प्रकाश शर्मा, निशिकांत मेहता, सुनील कुमार, सीता राम, किडवा राम, निशा शर्मा, रंजीता शर्मा, पूर्व एस एम सी अध्यक्ष अनुज भंडारी, केदार फौजी जुगल किशोर, मनोज पुंडीर, जयदीप तोमर बलबीर धीमान लोग मौजूद रहे