हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा विधानसभा के चल रहे सत्र में पेश किए गए 2025 के बजट को लेकर प्रदेश के हजारों बेरोजगार युवाओं, गरीब किसानों, दलितों, वंचितों, शोषितों और पिछड़े वर्ग के लोगों में गहरी निराशा है। इन वर्गों का कहना है कि इस बजट में उनके लिए कोई ठोस योजना नहीं है और यह बजट उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने वाला है।

पूर्व लोकसभा सांसद प्रत्याशी और अधिकार संरक्षण समिति के अध्यक्ष, एडवोकेट अनिल कुमार मंगेट ने इस बजट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में हमेशा से गरीब जनता, दलितों, वंचितों, शोषितों, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदायों के साथ असमानता और भेदभाव किया गया है। उन्होंने बताया कि गरीब जनता सरकार से यह उम्मीद करती है कि उन्हें बेहतर जीवन जीने का अवसर मिलेगा, लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी है।

अनिल कुमार मंगेट ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास के लिए जो बजट निर्धारित किया जाता है, उसका सही उपयोग नहीं होता। यह राशि सही दिशा में खर्च नहीं की जाती और अन्य कार्यों पर खर्च कर दी जाती है, जो इन समुदायों के विकास के लिए जरूरी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट में पूरे वर्ष और उसके बाद की अवधि को ध्यान में रखते हुए सभी वर्गों का उचित ध्यान नहीं रखा गया है।
मंगेट ने यह भी कहा कि इस बजट में खासतौर पर युवाओं के लिए रोजगार सृजन, शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण के लिए कोई ठोस योजनाएं नहीं हैं, जो प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इस बजट के परिणामस्वरूप प्रदेश में विकास की गति धीमी पड़ सकती है, और यह आम लोगों की आशाओं के विपरीत साबित होगा।
इसी बीच, उन्होंने अपील की कि राज्य की जनता और समाज के सभी वर्ग एकजुट होकर इस मुश्किल घड़ी में एक दूसरे का सहयोग करें। “हमारे समाज के बच्चों का भविष्य सुरक्षित होना चाहिए। यह समय है जब हम सब मिलकर एक बदलाव लाएंगे और हमारे अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। सदियों से हाशिये पर रहे वंचितों, गरीबों और शोषितों का हक अब सुरक्षित होगा,” उन्होंने कहा।
उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने छोटे-छोटे प्रयासों और सहयोग से इस संघर्ष को आगे बढ़ाएं, ताकि समाज के शोषित वर्ग को उनका अधिकार और सम्मान मिल सके। “हम रुकेंगे नहीं, हम अपने हकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और अपने बच्चों और युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए न्याय का नया दौर लिखेंगे।”