Crime News:पुलिस थाना माजरा की टीम ने गुप्त सूचना पर बड़ी कार्रवाई करते हुए धौलाकुआं में अवैध हथियारों के जखीरे का पर्दाफाश किया। 1 नवंबर, 2024 को शाम के समय, पुलिस को सूचना मिली कि मीर कासिम नामक व्यक्ति, जो माजरा के मेलियों गांव का निवासी है और धौलाकुआं में किराए के कमरे में रहता है, अवैध हथियार रखता है और इस हथियार को बेचने के लिए संपर्क में है। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए धौलाकुआं स्थित किराए के कमरे में छापा मारा।
छापेमारी के दौरान पुलिस को मीर कासिम के कमरे से 20 जिंदा राउंड और एक पिस्टल (मैगजीन सहित) बरामद हुई। यह बड़ा खुलासा पुलिस की गश्त के दौरान मिली गुप्त सूचना से हुआ, जिसमें पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी के ठिकाने की पहचान की। मीर कासिम के खिलाफ आयुध अधिनियम (Arms Act) के अंतर्गत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस को संदेह है कि मीर कासिम का संबंध अवैध हथियारों की तस्करी से है और संभवतः उसने हथियारों के अवैध सौदे को बढ़ावा दिया है।
न्यायालय में पेशी और पुलिस रिमांड
गिरफ्तार किए गए आरोपी मीर कासिम को 2 नवंबर 2024 को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहाँ से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले की जाँच के दौरान यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि मीर कासिम ने यह हथियार कहाँ से प्राप्त किया और इसके तस्करी रैकेट में और कौन लोग संलिप्त हैं। पुलिस के अनुसार, इस मामले में मीर कासिम का नेटवर्क बहुत बड़ा हो सकता है, और जांच के माध्यम से अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
चार अन्य आरोपी गिरफ्तार
जाँच को और विस्तार देते हुए पुलिस ने 4 अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया, जो इस अवैध हथियार मामले में संलिप्त पाए गए। गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों के नाम और पहचान निम्नलिखित है:
1. **कामिल अन्सारी** – निवासी माजरा, पांवटा साहिब, जिला सिरमौर।
2. **अमजद उर्फ भूरा** – निवासी मोहल्ला बंजारण, नई बस्ती, तहसील कस्बा नकुड़, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश।
3. **विश्वास** – निवासी अलीशेरपुर माजरा, डाकघर चौली, तहसील बिलासपुर, हरियाणा।
4. **ओवेश अन्सारी** – निवासी रामपुर बंजारण, धौलाकुआं, पांवटा साहिब, जिला सिरमौर।
इन आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है ताकि हथियारों के इस अवैध नेटवर्क के पूरे नेटवर्क को समझा जा सके और इस संगठित गिरोह के सभी सदस्यों की पहचान की जा सके। पुलिस को उम्मीद है कि इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई नए सुराग प्राप्त होंगे और इस अवैध कारोबार में शामिल अन्य लोगों का भी पर्दाफाश हो सकेगा।
अवैध हथियारों का गिरोह और सुरक्षा चिंता
अवैध हथियारों का मामला सिरमौर जिला में सुरक्षा के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। ऐसे हथियार ना केवल कानून और व्यवस्था के लिए खतरा हैं बल्कि इससे सामजिक और सार्वजनिक सुरक्षा पर भी असर पड़ता है। पुलिस के अनुसार, मीर कासिम और उसके साथियों का इस क्षेत्र में हथियारों की तस्करी से जुड़ा होना साबित करता है कि इस नेटवर्क का विस्तार काफी बड़ा है और अन्य क्षेत्रों में भी फैला हो सकता है। ऐसे अवैध हथियार सामजिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं।
स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच तालमेल
इस मामले की सफलता में गुप्त सूचना और पुलिस की तत्परता मुख्य भूमिका में रही। स्थानीय लोगों की जानकारी और पुलिस के बीच मजबूत तालमेल ने इस संगीन मामले को समय रहते रोका और एक बड़े खतरे को टाल दिया। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि उन्हें अपने आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पता चले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पुलिस की सतर्कता और नागरिकों की जिम्मेदारी
इस मामले ने सिरमौर जिला की पुलिस की सतर्कता और कुशलता को दर्शाया है। पुलिस टीम ने गुप्त सूचना पर तेजी से कार्रवाई की और अवैध हथियारों का एक बड़ा नेटवर्क उजागर किया। यह घटना यह भी साबित करती है कि अगर नागरिक और पुलिस मिलकर काम करें तो समाज में फैल रही अवैध गतिविधियों पर काबू पाया जा सकता है। इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि सिरमौर पुलिस अवैध हथियारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलिस की इस सक्रियता से क्षेत्र में सुरक्षा और विश्वास की भावना मजबूत हुई है।