Education Tour:हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को राज्य के शिक्षा और खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। जिला सोलन के एक दिवसीय दौरे के दौरान, मुख्यमंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोठी देवराघट्टी स्कूल के मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में भाग लिया और कई नई योजनाओं का ऐलान किया।
अध्यापकों और छात्रों के लिए विदेश यात्रा का अवसर
मुख्यमंत्री सुक्खू ने घोषणा की कि राज्य सरकार अगले वर्ष से अध्यापकों के साथ छात्रों को भी एक्सपोजर विजिट पर विदेश भेजेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ष पहली बार 200 अध्यापकों को सिंगापुर में एक्सपोजर विजिट पर भेजा गया है, और अगले वर्ष से इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को वैश्विक स्तर पर शिक्षा के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना और उन्हें बेहतर सीखने के अवसर प्रदान करना है।
कबड्डी खिलाड़ियों के लिए विशेष सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार कबड्डी खिलाड़ियों को किट प्रदान करेगी। इसके साथ ही उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठी देवराघट्टी स्कूल में कॉमर्स की कक्षाएं शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षण संस्थानों के भवनों का निर्माण कार्य 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है, उन्हें पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाएगी ताकि ये भवन अगले दो वर्षों में तैयार हो सकें।
खेल के लिए डाइट मनी में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री सुक्खू ने खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए डाइट मनी को 240 से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया है। जिला स्तर के लिए यह राशि 300 रुपये और खंड स्तर के लिए 240 रुपये की गई है। राज्य से बाहर खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए डाइट मनी को 500 रुपये किया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने प्रदेश से बाहर आयोजित होने वाले खेल आयोजनों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाली यात्रा सुविधाओं में भी बढ़ोतरी की है।
राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल: स्मार्ट शिक्षा का नया युग
राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने की योजना बना रही है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, ऑडियो-वीडियो विजुअल टीचिंग और खेल जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही स्कूलों को स्मार्ट यूनिफॉर्म चुनने का विकल्प भी दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में 99 प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या शून्य हो गई थी, जिन्हें बंद कर दिया गया है, जबकि पांच से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है।
भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक सुधार
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में आवश्यकता के आधार पर भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि जिन शिक्षण संस्थानों के भवनों का निर्माण कार्य 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है, उन्हें पूर्ण करने के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि ये दो वर्षों के भीतर बनकर तैयार हो सकें।
इस मौके पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि दस वर्षों के बाद कोठी देवराघट्टी में स्कूल का निर्माण हुआ है, जो कि राज्य सरकार की शिक्षा के प्रति गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिला कांगड़ा के लुथान में मुख्यमंत्री सुख आश्रय परिसर का निर्माण किया जा रहा है, जो राज्य के विकास में एक और मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री सुक्खू की इन घोषणाओं से हिमाचल प्रदेश में शिक्षा और खेल के क्षेत्र में नई उम्मीदें जगी हैं, और राज्य की जनता को भविष्य में और भी अधिक प्रगति की उम्मीद है।