Gurudwara sri paonta sahib:गुरुद्वारा श्री पाँवटा साहिब में पाँवटा साहिब स्थापना दिवस के कार्यक्रम शुरु हो गये है। अखंड पाठ के साथ ये प्रोग्राम शुरु हुए हैं। तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत 16 नवम्बर को विशाल कीर्तन दरबार मुख्य आकर्षण होगा।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उप प्रधान जत्थेदार जोगा सिंह, मैनेजर जगीर सिंह, मीत प्रधान हरभजन सिंह और गुरमीत सिंह आदि ने जानकारी देते हुए बताया कि 16 नवम्बर 1685 को गुरु गोविंद सिंह जी महाराज ने पाँवटा साहिब नगर की नींव रखी थी। इसलिए इस दिन गुरुद्वारा श्री पाँवटा साहिब में स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज से करीब 339 वर्ष पूर्व 1685 को दसवें गुरु गोविंद सिंह, सिरमौर के महाराज के निमंत्रण पर सिरमौर पंहुचे और पाँवटा साहिब नगर को बसाने की नींव का पत्थर रखा। यहां पर गुरु महाराज का पांव टिका। क्योंकि उन्होंने अपनी आयु के सबसे अधिक वर्ष (साढ़े चार वर्ष) यहां बिताए, इसलिए यहां का नाम पाँवटा साहिब पड़ा। विश्व भर में पाँवटा साहिब का नाम गुरु गोविंद सिंह के नाम से प्रख्यात है। इसलिए इस दिन को खास तरीके से स्थापना दिवस के रुप में मनाया जाता है।
प्रबंधक कमेटी ने बताया कि स्थापना दिवस कार्यक्रम आज गुरुवार 14 नवम्बर से अखंड पाठ के साथ शुरु हो गये हैं। 16 नवम्बर को भोग के साथ पूरे दिन दीवान सजेगा और रात को विशेष कीर्तन दरबार सजेगा, जिसमे देश विदेश से पंथ के महान कीर्तन रागी व ढाढी प्रचारक हिस्सा लेकर कीर्तन करेंगे। उन्होंने कहा कि संगत के लंगर और ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है।