मुख्यमंत्री ने गडकरी से चार नई सड़क परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा, और कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में सड़कों का महत्व बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने सड़कों की गुणवत्ता सुधारने और पर्यटकों की सुविधा के लिए वित्तीय सहायता की अपील की। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को राज्य में सुरंगों के निर्माण की संभावनाओं पर ध्यान देना चाहिए। इससे न केवल यातायात सुगम होगा बल्कि सड़कों के रख-रखाव की लागत में भी कमी आएगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने **सोलन-परवाणू मार्ग** के रिएलाइनमेंट की समीक्षा की मांग की, खासकर दुर्घटनाओं को कम करने के लिए नई परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने **शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग** के बचे हुए हिस्सों को चार लेन में परिवर्तित करने पर भी जोर दिया, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में आवागमन और सुगम हो सके।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हिमाचल प्रदेश सरकार को हर संभव सहयोग और वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
यह बैठक हिमाचल प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को लाभ होगा बल्कि पर्यटन और अन्य आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।