भीम सिंह/राजपुर
विकास खंड पांवटा साहिब की ग्राम पंचायत अंबोया और डांडा के बीच बने धौली राव पुल की लोकार्पण पट्टिका पर शरारती तत्वों द्वारा कालिख पोत दी गई। इस घटना ने न केवल प्रशासन बल्कि सरकार और लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह पुल पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा लोकार्पित किया गया था, जिससे क्षेत्र की जनता को बड़ी राहत मिली थी। लेकिन हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान की भरपाई न होने से जनता में निराशा और रोष व्याप्त है।
प्राकृतिक आपदा और सरकार की उदासीनता
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ के चलते धौली राव पुल और आसपास की सड़कों को काफी नुकसान हुआ था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वर्तमान सरकार ने इस स्थिति को नजरअंदाज किया और अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
’’लोक निर्माण विभाग का बयान’’ इस मामले पर लोक निर्माण विभाग शिलाई मंडल के अधिशासी अभियंता ने कहा, ’मुझे मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। विभाग जल्द ही लोकार्पण पट्टिका से कालिख हटवाने का काम करेगा।
क्षेत्रीय जनता ने इस घटना को अपने असंतोष की अभिव्यक्ति बताया है। उनका कहना है कि विकास कार्यों की उपेक्षा और आपदा राहत में देरी से उनकी समस्याएं बढ़ी हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पुल और आसपास की सड़कों की मरम्मत जल्द से जल्द करवाई जाए।
अधिकारियों से कार्यवाही की अपेक्षा
जनता का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से सरकारी तंत्र पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि शरारती तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
यह घटना सरकार और प्रशासन के लिए चेतावनी है कि क्षेत्रीय विकास और जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।