Sirmaur News: लोक निर्माण विभाग शिलाई के तहत आने वाले सतौन-श्री रेणुकाजी संपर्क मार्ग की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। सड़क जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, जिससे पैदल यात्रियों और दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह मार्ग बेहद खतरनाक बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है, लेकिन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

यह सड़क करीब आधा दर्जन पंचायतों के लोगों के लिए मुख्य संपर्क मार्ग है। यही नहीं, श्री रेणुकाजी तीर्थ स्थल जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी यह एकमात्र वैकल्पिक सड़क है। बावजूद इसके, मरम्मत कार्य को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की हालत इतनी खराब हो गई है कि चलते समय धूल, मिट्टी और कीचड़ से सामना करना पड़ता है। बरसात के मौसम में स्थिति और भी दयनीय हो जाती है, जिससे वाहन चालकों और यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।
हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री एवं शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान का इस क्षेत्र से विशेष लगाव रहा है। इसके बावजूद, सड़क की मरम्मत को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। स्थानीय ग्रामीण रणबीर सिंह, राजेंद्र सिंह, बिशन सिंह, राजपाल शर्मा, योगेंद्र चौहान, अनिल शर्मा, हर्षित प्रकाश और विनय चौहान ने सरकार से जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है।
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिशासी अभियंता रजनीश बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि सड़क की दूरी काफी अधिक होने के कारण अभी मरम्मत कार्य नहीं किया जा सका है। साथ ही, बजट की कमी के कारण भी इस सड़क को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी मार्च में बजट आवंटन होने पर इस सड़क की टायरिंग को प्राथमिकता दी जाएगी।
ग्रामीणों ने सरकार और विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत करवाई जाए, ताकि श्रद्धालुओं और आम जनता को राहत मिल सके। अब देखना यह होगा कि सरकार और संबंधित विभाग कब तक इस समस्या का समाधान निकालते हैं।