SirmaurNews: जिला सिरमौर के नाहन में आज स्थानीय निधि लेखा समिति की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता समिति के सभापति संजय रत्न ने की। इस बैठक में समिति के सदस्य सतपाल सत्ती, केवल सिंह पठानिया, विवेक शर्मा और स्थानीय विधायक अजय सोलंकी सहित कई महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद थे।
बैठक के दौरान हिमाचल प्रदेश राज्य लेखा परीक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले विभिन्न संस्थानों, बोर्डों, स्वायत और अर्ध-स्वायत्त निकायों के साथ-साथ विकास प्राधिकरणों की आय-व्यय प्राक्कलनों और कार्यकलापों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। समिति ने विशेष तौर पर विभिन्न विभागों में लंबे समय से लंबित लेखा आपत्तियों का निरीक्षण किया और इन समस्याओं का जल्द समाधान सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
समिति ने उपायुक्त सिरमौर को निर्देश दिए कि वे संबंधित विभागाध्यक्षों के साथ मिलकर लंबित मामलों का निपटारा करें और इसे 31 दिसंबर 2024 तक पूरा करें। इस दौरान, समिति के सदस्यों ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला सिरमौर के लोगों तक सरकार की विकासात्मक योजनाओं के लाभ को पहुंचाना है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि सभी अनियमितताओं को दूर कर प्रशासनिक कार्यों में सुधार लाया जाए ताकि सरकार की योजनाओं का सही लाभ जनता को मिल सके।
बैठक में समिति अध्यक्ष संजय रत्न ने अधिकारियों को विकास कार्यों में स्थानीय विधायक और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ तालमेल बिठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि “सुशासन से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होता है।” समिति ने विभिन्न विभागों के कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया और आगामी योजनाओं पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की आवश्यकता बताई।
बैठक में उपायुक्त सिरमौर सुमित खिम्टा, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, सभी उपमंडलाधिकारी, और अन्य विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।