SirmaurNews-बरसात में एनएच-707 बना जनता के लिए संकट
लैंडस्लाइड और पत्थर गिरने से यातायात बाधित, वाहनों को नुकसान
SirmaurNews-बरसात का मौसम शुरू होते ही गिरिपार क्षेत्र के लोगों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-707) एक बड़ा संकट बन गया है। इस बरसात में भी यह मार्ग जनता के लिए अत्यधिक जोखिम भरा साबित हो रहा है। प्रतिदिन कहीं न कहीं लैंडस्लाइड होने से घंटों तक एनएच बंद रहता है, वहीं पहाड़ियों से अचानक पत्थर गिरने से वाहनों को भी नुकसान पहुंच रहा है।
गुरुवार को हैवणा के पास ऐसा ही एक घटना सामने आई। स्थानीय लोगों ने बताया कि हैवणा के पास लैंडस्लाइड होने से यातायात अवरुद्ध हो गया। इसके साथ ही ऊपर से अचानक गिरते पत्थरों से तीन वाहनों को नुकसान हुआ। हालांकि, सौभाग्यवश वाहनों में बैठे लोगों को कोई चोट नहीं आई। ऐसी घटनाएं इस क्षेत्र में अब आम हो गई हैं, क्योंकि एनएच पर पहाड़ की कटिंग 90 डिग्री एंगल में की गई है, जिसके कारण ऊपर से पत्थर गिरने की संभावना बढ़ जाती है।
प्रशासन की उदासीनता और लोगों की मांग
लोगों का कहना है कि यह स्थिति जनता के लिए बेहद जोखिमपूर्ण है, लेकिन स्थानीय नेता और मंत्री इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। प्रशासन भी इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। बरसात के मौसम में सड़क पर यात्रा करना अब लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। इस स्थिति से निपटने के लिए लोगों ने प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि बरसात के मौसम में शिलाई क्षेत्र और शिमला से आने वाले यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय किए जाएं। उनका कहना है कि जगह-जगह मशीनरी लगाई जाए ताकि यदि सड़क बंद हो, तो उसे तुरंत खोला जा सके। इसके साथ ही, लैंडस्लाइड प्रवण क्षेत्रों में सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं ताकि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो सके।
एसडीएम कफोटा का बयान
इस मुद्दे पर एसडीएम कफोटा, राजेश वर्मा ने बताया कि उन्हें लैंडस्लाइड की सूचना मिली थी और उन्होंने तुरंत संबंधित कंपनी को यातायात बहाल करने के आदेश दिए। कंपनी की मशीनरी मौके पर पहुंच कर रोड खोलने के काम में लग गई है और जल्द ही यातायात बहाल हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि तीन वाहनों पर पत्थर गिरने से उन्हें आंशिक नुकसान हुआ है, हालांकि किसी सवार को कोई चोट नहीं आई है।
एसडीएम ने आश्वासन दिया है कि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले रहा है और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और वे सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
निरंतर समस्याओं का सामना
एनएच-707 पर होने वाली ये समस्याएं कोई नई नहीं हैं। पिछले कई वर्षों से इस सड़क पर लैंडस्लाइड और पत्थर गिरने की घटनाएं आम हो चुकी हैं। हर साल बरसात के मौसम में यह सड़क यात्रियों के लिए एक बड़ा संकट बन जाती है। इसके बावजूद, अब तक इस दिशा में कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सका है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब तक प्रशासन और संबंधित विभाग इस समस्या को स्थायी रूप से हल करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाते, तब तक यह संकट बरकरार रहेगा। वे चाहते हैं कि प्रशासन और स्थानीय नेता मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालें ताकि लोगों को इस संकट से निजात मिल सके।
जनता की उम्मीदें और सुझाव
लोगों ने सुझाव दिया है कि प्रशासन को एनएच-707 पर लगातार निगरानी रखनी चाहिए और बरसात के मौसम में विशेष सुरक्षा उपाय करने चाहिए। इसके अलावा, पहाड़ों की कटिंग 90 डिग्री एंगल में नहीं की जानी चाहिए ताकि पत्थर गिरने की संभावना कम हो सके।
स्थानीय निवासी चाहते हैं कि सरकार इस समस्या को गंभीरता से ले और इस दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए। उनका कहना है कि यदि प्रशासन समय पर और सही कदम उठाए, तो इस संकट को टाला जा सकता है और लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
गिरिपार क्षेत्र के लिए एनएच-707 एक महत्वपूर्ण मार्ग है, लेकिन बरसात के मौसम में यह मार्ग लोगों के लिए जी का जंजाल बन जाता है। लैंडस्लाइड और पत्थर गिरने की घटनाएं आम हो चुकी हैं, जो लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं। प्रशासन को इस दिशा में अधिक सतर्कता बरतने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। केवल तभी इस संकट से निपटा जा सकता है और लोगों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो सकता है।