प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की वैश्विक आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर से भेंट
नशा निवारण, तनाव व अवसाद मुक्त जीवन जीने के लिए सरकार और आर्ट ऑफ लिविंग के बीच हुई गहन चर्चा
श्री श्री ने सनातन धर्म, प्राचीन परंपराओं और रीति-रिवाजों के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रयास करने का दिया सुझाव
डिजिटल सिरमौर/शिमला
अंतरराष्ट्रीय सामाजिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक व विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु गुरुदेव श्री श्री रविशंकर इन दिनों हिमाचल प्रदेश के प्रवास पर हैं और जिला कांगड़ा के पालमपुर स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के निर्माणाधीन हिमालयन आश्रम में आश्रम के निर्माण कार्य का जायजा भी ले रहे हैं। होली के पावन अवसर पर गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयं सेवकों के साथ होली का पवित्र त्यौहार मनाया और सभी को होली उत्सव की शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, मंत्री चंद्र कुमार और रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल और विधायक केवल सिंह पठानिया सहित अन्य गणमान्य लोग गुरुदेव श्री श्री रविशंकर से आशीष पाने के लिए विशेष तौर पर हिमालयन आश्रम पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री और गुरुदेव के बीच प्रदेश में नशा निवारण और युवा पीढ़ी को तनाव व अवसाद मुक्त जीवन जीने के लिए सरकार और आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से संयुक्त रूप से प्रयास किए जाने की और कदम बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई।
आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश मिडिया समन्वयक तृप्ता शर्मा ने मीटिंग में प्रदेश में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की ओर से युवा पीढ़ी और समाज के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों पर हुई चर्चा का उल्लेख दिया।
सोलन और पालमपुर में 245 से अधिक छात्रों को इलेक्ट्रिकल और सोलर में प्रशिक्षित और 800 से अधिक युवाओं को YLTP यानि युवा नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाए गए हैं। इसके अलावा चंबा, कुल्लू और मनाली के 10 सीमावर्ती सरकारी स्कूलों में सौर ऊर्जा संचालित डिजिटल कक्षाओं के साथ उन्नत किया गया है । आर्ट ऑफ लिविंग ने पांगी, चंबा और गोपालपुर पंचायत को आदर्श पंचायत के रूप में स्थापित करने के लिए यूएनडीपी सुरक्षित हिमालय के तहत परियोजना शुरू की गई है ।
आर्ट ऑफ लिविंग संस्था प्रदेश की 4 जेलों शिमला, नाहन, मंडी व धर्मशाला में स्किल सेंटर स्थापित करने पर काम कर रही है। उन्होंने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में वेलनेस सेंटर स्थापित किए जाएंगे जो काउंसलिंग और ड्रग फ्री कैंपस नोडल हब के रूप में भी काम करेंगे।
गुरुदेव ने मुख्यमंत्री से सनातन धर्म, प्राचीन परंपराओं और रीति-रिवाजों के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रयास करने का सुझाव दिया और कहा कि इसके लिए आर्ट ऑफ लिविंग संस्था हर कदम पर राज्य सरकार के साथ है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की – ओर से किए जा रहे कार्यों की सराहना की और संस्था के साथ मिलकर कार्य करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की ओर अग्रसर है और प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय को हर मुमकिन बढ़ावा दे रही है । मुख्यमंत्री ने ड्रग एडिक्शन और मेंटल हेल्थ के साथ-साथ सनातन संस्कृति, ग्रीन एनर्जी और प्राचीन परंपराओं के उत्थान के लिए कार्य करने की सरकार की वचनबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में नशाखोरी के खिलाफ कड़ा कानून ला रही है ताकि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के सहयोग से योग व प्राणायाम को आत्मसात करने के लिए साथ मिलकर काम करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक आकाश बरवाल, कमलेश बरवाल, सुकांतपाल चौहान, जी.ई.पी. स्टेट कॉर्डिनेटर अभय शर्मा, एसटीसी राजेश कुमार और हितेश शर्मा, रुकमणि, योगेन्द्र योगी, सनी सेवल, सुमेश वर्मा के अलावा संस्था के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।