तीसरी मर्तबा बांगरण पुल के समीप पलटा वाहन
शासन प्रशासन कुंभकरणी नींद में लीन
डिजिटल सिरमौर/पांवटा साहिब
बांगरण पुल के समीप बने वैकल्पिक मार्ग पर तीसरी मर्तबा फिर से वाहन पलटने का हादसा पेश आया है। गनीमत रही कि इसकी चपेट में कोई दो पहिया वाहन चालक व राहगीर नहीं आया अन्यथा बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। एक सप्ताह पूर्व यहां एक ट्रक खाई में गिर गया था बार-बार हादसे होने के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी कुंभकरणी नींद से नही जाग रहे है। संबंधित विभाग शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। मरम्मत कार्य में संबंधित विभाग व ठेकेदार की लापरवाही और लेट लतीफी का खामियाजा क्षेत्र की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार गिरिपार क्षेत्र की डेढ़ दर्जन से अधिक पंचायतों को पांवटा साहिब शहर से जोड़ने वाले बांगरण पुल के मरम्मत का कार्य चला हुआ है। जिसके चलते नदी के रास्ते से यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है। हालांकि वैकल्पिक मार्ग पर पुल के साथ लगती चढ़ाई पर ओवरलोड गाड़ियों तथा ट्रैक्टरों के चलने से मार्ग पर गड्ढे बने हुए हैं।
शनिवार सुबह वैकल्पिक मार्ग पर पुल के साथ लगती घाटी को चढ़ते हुए एक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे लुढ़क गया। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। एक सप्ताह पूर्व यहां पर ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे लुढ़क गया था। इससे पहले भी यहां पर एक अध्यापक की गाड़ी रोड से बाहर चली गई थी। इस मार्ग पर आए दिन हजारों की संख्या में छोटी बड़ी गाड़ियों का आना जाना लगा रहता है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गिरीपार क्षेत्र की डेढ़ दर्जन से अधिक पंचायतों के युवा बसों तथा अपने निजी वाहन से सरकारी कार्यालय तथा औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी करने आते है। ठेकेदार व संबंधित विभाग की लापरवाही के चलते शाम को यहां पर कई बार ट्रैक्टरों व ट्रेकों के चलते लंबे-लंबे जाम लगे रहते है। क्षेत्र के बुद्धिजीवियों का कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र की जानकारी होने के बावजूद भी विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। मगर संबंधित विभाग फिर भी मूकदर्शक बना हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन व संबंधित विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि पुल के मरम्मत कार्य में तेजी लाई जाए ताकि पिछले 5 महीने से परेशानी झेल रहे क्षेत्र के लोगों को इन परेशानियों से निजात मिल सके। वही जब इस बारे में पीडब्लूडी के उच्चादिकारी से बात की गई तो उन्होंने बात को टाल मटोल कर दिया। जनता जनार्दन के पक्ष में कोई भी पक्ष नहीं रखा गया .